Jul 29, · Raksha Bandhan Essay In Hindi इस लेख में हमने कक्षा पहली से 12 वीं, IAS, IPS, बैंकिंग और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्त्वपूर्ण निबंध लिखकर दिया है और यह निबंध बहुत सरल और आसान शब्दों में लिखा है।यह निबंध , , , , , शब्दों में लिखा गया है।Estimated Reading Time: 8 mins Aug 02, · 10 Lines on Raksha Bandhan in Hindi – रक्षा बंधन पर १० लाइन एस्से २०० वर्ड्स: आप सभी को भाई बहिन के पर्व Raksha Bandhan की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं. few / some lines About Raksha Bandhan In Hindi के लेख को राखी की जानकारी छोटा निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के रूप में उपयोग कर सकते blogger.comted Reading Time: 3 mins Mar 02, · रक्षाबंधन पर निबंध (Essay on Raksha Bandhan in Hindi): Friends, आज मैं आप सभी के लिए हम भारतीयों द्वारा मनाई जाने वाली महत्वपूर्ण पर्वो में एक, रक्षाबंधन पर निबंध (Raksha Bandhan Par Nibandh) लिखी हूं।Estimated Reading Time: 12 mins
10 Lines on Raksha Bandhan in Hindi - रक्षा बंधन पर १० लाइन एस्से २०० वर्ड्स
हमारा देश भारत ऋतुओं, त्योहारों और उत्सवों का जीता-जागता स्वरूप है। हर दिन नाचता गाता सा अनुभव होता है और हर पल एक खुशी लेकर आता है। प्रत्येक जाति के अपने-अपने उत्सव और त्योहार होते हैं। उनके मूल में भिन्न-भिन्न कारण होते हैं। उन्हें मनाने के ढंग भी पृथक्-पृथक् हो सकते हैं, लेकिन एक-दूसरे के त्योहारों के प्रति सबके मन में श्रद्धा होती है तथा उनमें लोग सहर्ष सम्मिलित भी होते हैं। इस प्रकार ये त्योहार जाति विशेष की संस्कृति तथा राष्ट्र की चेतना के भी अंग होते हैं। भारत में मनाए जाने वाले त्योहारों में कुछ राष्ट्रीय त्योहार हैं, कुछ का महत्त्व धार्मिक दृष्टि से है तथा कुछ त्योहार प्रांतीय स्तर पर भी मनाए जाते हैं। राष्ट्रीय hindi essay on raksha bandhan पर मनाए जाने वाले त्योहारों में से ही एक त्योहार रक्षाबंधन है।.
ऐतिहासिक मान्यता के अनुसार सिकंदर की रक्षाभावना से प्रेरित एक यूनानी युवती ने महाराजा पुरु को रक्षासूत्र बाँधा था और महाराजा पुरु ने अवसर पाकर भी सिकंदर का वध नहीं किया था। एक अन्य ऐतिहासिक प्रसंग के अनुसार, महाराणा संग्राम सिंह की मृत्यु के बाद जब गुजरात के सुलतान बहादुरशाह ने मेवाड़ पर आक्रमण कर उसे चारों ओर से घेर लिया, तब मेवाड़ की महारानी कर्मवती ने दिल्ली के बादशाह हुमायूँ को राखी भेजकर अपनी और मेवाड़ की रक्षा का मौन निमंत्रण भेजा था। बादशाह ने राखी के पवित्र महत्त्व को समझा और मेवाड़ के लिए hindi essay on raksha bandhan प्रस्थान किया। हुमायूँ ने मेवाड़ को पराजित होने से बचाकर और उदय सिंह को मेवाड़ का राजा बनाकर अपना कर्तव्य पूरा किया।.
वर्तमान स्वरूप — वर्तमान समय में यह त्योहार भाई बहन के प्यार का द्योतक है। बहनें अपनी पूजा की थाली में चावल, कुमकुम, दही आदि रखकर राखी का पावन सूत्र बाँधती हैं। अब प्राचीन काल की तरह युद्धों का भय नहीं है, अतएव सुख और शांति की दशा में भाई भी बहन को यथाशक्ति धन या उपहार देता है। कई प्रदेशों में ब्राह्मण अपने यजमान को सूत्र बाँधते हैं और उनसे दक्षिणा आदि प्राप्त करते हैं।. तेन त्वां प्रतिबध्नामि रक्षे! रक्षाबंधन हिन्दुओं का प्रमुख पर्व है। यह त्योहार भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बाँधती हैं और अपने भाई की लंबी आयु की कामना करती हैं। भाई अपनी बहन को उसकी रक्षा का वचन देता है।.
यह राखी का त्योहार संपूर्ण भारतवर्ष में मनाया जाता है। हम यह पर्व सदियों से मनाते चले आ रहे हैं। आजकल इस त्योहार पर बहनें अपने भाई के घर राखी और मिठाइयाँ ले जाती हैं। भाई राखी बाँधने के पश्चात् अपनी बहन को दक्षिणा स्वरूप रुपए देते हैं या कुछ उपहार देते हैं। इस प्रकार आदान-प्रदान से भाई-बहन के मध्य प्यार और प्रगाढ़ होता है।. सन् में जब मेवाड़ की रानी कर्णावती पर बहादुर शाह ने आक्रमण कर दिया, तो उसने अपने राज्य की रक्षा के लिए मुगल बादशाह हुमायूँ को राखी भेजकर मदद की गुहार की थी। क्योंकि रानी कर्णावती स्वयं एक वीर योद्धा थीं इसलिए बहादुर शाह का सामना करने के लिए वह स्वयं hindi essay on raksha bandhan के मैदान में कूद पड़ी थीं, परंतु हुमायूँ का साथ भी उन्हें सफलता नहीं दिला सका।.
इस दिन सभी नए-नए कपड़े पहनते हैं। सभी का मन हर्ष और उल्लास से hindi essay on raksha bandhan होता है। बहनें अपने भाइयों के लिए खरीदारी करती हैं, तो भाई अपनी बहनों के लिए साड़ी आदि खरीदते हैं और उन्हें देते हैं। यह खुशियों का त्योहार है। हमारे हिन्दू समाज में वो लोग इस त्योहार को नहीं मनाते, hindi essay on raksha bandhan, जिनके परिवार में से रक्षाबंधन वाले दिन कोई पुरुष-भाई, पिता, बेटा, चाचा, ताऊ, भतीजा-मर जाता है। इस पुण्य पर्व पर किसी पुरुष के निधन से यह त्योहार खोटा हो जाता है। फिर यह त्योहार पुनः तब मनाया जाता है जब रक्षाबंधन के ही दिन कुटुंब या परिवार में किसी को पुत्र की प्राप्ति हो।.
हमारे हिन्दू समाज में ऐसी कई परंपराएँ हैं, जो सदियों से चली आ रही हैं। उन्हें समाज आज भी मानता है। यही परंपराएँ हमारी संस्कृति भी कहलाती हैं। परंतु कई परंपराएँ, जैसे—बाल विवाह, नर-बलि, hindi essay on raksha bandhan, सती प्रथा-आदि को कुरीति मानकर हमने अपने जीवन से निकाल दिया है; परंतु जो परंपराएँ हितकारी हैं, उन्हें हम आज भी मान रहे हैं।.
अत: रक्षाबंधन का त्योहार एक ऐसी परंपरा है, जो हमें आपस में जोड़ती है इसलिए इसे आज भी सब धूमधाम और पूरे उल्लास के साथ मनाते hindi essay on raksha bandhan. पौराणिक :- राखी का त्योहार कब शुरू हुआ यह कोई नहीं जानता। लेकिन भविष्य पुराण में वर्णन मिलता है कि देव और दानवों में जब युद्ध शुरू हुआ तब दानव हावी होते नज़र आने लगे। भगवान इन्द्र घबरा कर बृहस्पति के पास गये। वहां बैठी इन्द्र की पत्नी इंद्राणी सब सुन रही थी। उन्होंने रेशम का धागा मन्त्रों की शक्ति से पवित्र करके अपने पति के हाथ पर बाँध दिया। संयोग से वह श्रावण पूर्णिमा का दिन था। लोगों का विश्वास है कि इन्द्र इस लड़ाई में इसी धागे की मन्त्र शक्ति से ही विजयी हुए थे। उसी दिन से श्रावण पूर्णिमा के दिन यह धागा बाँधने की प्रथा चली आ रही है। यह धागा hindi essay on raksha bandhan, शक्ति, हर्ष और विजय देने में पूरी तरह समर्थ माना जाता है।.
ऐतिहासिक :- राजपूत जब लड़ाई पर जाते थे तब महिलाएँ उनको माथे पर कुमकुम तिलक लगाने के साथ साथ हाथ में रेशमी धागा भी बाँधती थी। इस विश्वास के साथ कि यह धागा उन्हे विजयश्री के साथ वापस ले आयेगा। राखी के साथ एक और प्रसिद्ध कहानी जुड़ी हुई है। कहते हैं, मेवाड़ की रानी कर्मावती को बहादुरशाह द्वारा मेवाड़ पर हमला करने की पूर्व सूचना मिली। रानी लड़ऩे में असमर्थ थी अत: उसने मुगल बादशाह हुमायूँ को राखी भेज कर रक्षा की याचना की। हुमायूँ ने मुसलमान होते हुए भी राखी की लाज रखी और मेवाड़ पहुँच कर बहादुरशाह के विरूद्ध मेवाड़ की ओर से लड़ते हुए कर्मावती व उसके राज्य की रक्षा की। एक अन्य प्रसंगानुसार सिकन्दर की पत्नी ने अपने पति के हिन्दू शत्रु पुरूवास को राखी बाँधकर अपना मुँहबोला भाई बनाया और युद्ध के समय सिकन्दर को न मारने का वचन लिया। पुरूवास ने युद्ध के दौरान हाथ में बँधी राखी और अपनी बहन को दिये हुए वचन का सम्मान करते हुए सिकन्दर को जीवन-दान दिया।.
महाभारत में भी इस बात का उल्लेख है कि जब ज्येष्ठ पाण्डव युधिष्ठिर hindi essay on raksha bandhan भगवान कृष्ण से पूछा कि मैं सभी संकटों को कैसे पार कर सकता हूँ तब भगवान कृष्ण ने उनकी तथा उनकी सेना की रक्षा के लिये राखी का त्योहार मनाने की सलाह दी थी। उनका कहना था कि राखी के इस रेशमी धागे में वह शक्ति है जिससे आप हर आपत्ति से मुक्ति पा सकते हैं। इस समय द्रौपदी द्वारा कृष्ण को तथा कुन्ती द्वारा अभिमन्यु को राखी बाँधने के कई उल्लेख मिलते हैं। महाभारत में ही रक्षाबन्धन से सम्बन्धित कृष्ण और द्रौपदी का एक और वृत्तान्त भी मिलता है। जब कृष्ण ने सुदर्शन चक्र से शिशुपाल का वध किया तब उनकी तर्जनी में चोट आ गई। द्रौपदी ने उस समय अपनी साड़ी फाड़कर उनकी उँगली पर पट्टी बाँध दी। यह श्रावण मास की पूर्णिमा का दिन था। कृष्ण ने इस उपकार का बदला बाद में चीरहरण के समय उनकी साड़ी को बढ़ाकर चुकाया। कहते हैं परस्पर एक दूसरे की रक्षा और सहयोग की भावना रक्षाबन्धन के पर्व में यहीं से प्रारम्भ हुई।.
रक्षा बंधन की शुभ कामनायें राखी का त्यौहार है, हर तरफ खुशियों की बौंछार है, बंधा एक धागे में भाई बहन का अटूट प्यार है! तोड़े से भी ना टूटे, ये ऐसा मन बंधन है, इस बंधन को सारी दुनिया कहती रक्षा बंधन है।. या रब मेरी दुआओं में इतना असर रहे, फूलों भरा सदा मेरी बहन का घर रहे।.
ये लम्हा कुछ खास है, बहन के हाथ में भाई का हाथ है, तेरा भाई हमेशा तेरे साथ है।. बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता, वो चाहे दूर भी हो तो गम नहीं होता, अक्सर रिश्ते दूरियों से फीके पड़ जाते है, पर भाई-बहन का प्यार कभी कम नहीं होता।. याद आता है अक्सर वो गुजरा हुआ जमाना, तेरी मीठी आवाज में भाई कहकर बुलाना, वो सुबह स्कूल के लिए तेरा मुझको जगाना, hindi essay on raksha bandhan, अब क्या करे बहना यही जिंदगी का तराना।.
बहना ने भाई की कलाई से प्यार बाँधा है, प्यार के दो तार से संसार बाँधा है, रेशम की डोरी से संसार बाँधा है, हमें दूर भले किस्मत कर दे, hindi essay on raksha bandhan, अपने मन से न जुदा करना, सावन के पावन दिन भैया, hindi essay on raksha bandhan, बहनों को याद किया करना।. हमारी खूबियों hindi essay on raksha bandhan अच्छे से जानती है बहनें, हमारी कमियों को भी पहचानती है बहनें, hindi essay on raksha bandhan, फिर भी हमें सबसे ज्यादा मानती है बहनें।.
कच्चे धागों से बनी डोर है राखी, प्यार और मीठी शरारतों की होड़ है राखी, भाई की लम्बी उम्र की दुआ है राखी, बहन के प्यार का धुआं है राखी।. आज मेरे लिए कुछ खास है, तेरे हाथों में मेरा हाथ है, मुझे भाई होने का एहसास है, दिन है प्यारा रक्षा बंधन का, मेरी बहन है तो सब कुछ मेरे पास है।.
मेरा भाई चंदा से भी प्यारा, मेरा भाई सूरज से भी न्यारा, भाई ने दिया इतना प्यार. ये जीवन मैंने उस पर वारा, माँ ने दिया जीवन मगर, तुमने ही उसे संवारा, hindi essay on raksha bandhan है मेरी इतनी की खुशियों से भर जाये उसका सारा जहाँ।. कभी लगती है दादी अम्मा, hindi essay on raksha bandhan, तो कभी डांटती जैसे हो मेरी अम्मा, कभी गुस्सा तो कभी रूठ जाती है, तो कभी प्यार से पास बुलाती, कभी टप टप आंसू बहाती, तो कभी मंद ही मंद मुस्कुराती, दिल की बड़ी नेक है, hindi essay on raksha bandhan, सच कहूँ तो मेरी बहन लाखों में एक है।.
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Hindi Essay on Raksha Bandhan - Raksha Bandhan Par Hindi Nibandh
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Aug 02, · 10 Lines on Raksha Bandhan in Hindi – रक्षा बंधन पर १० लाइन एस्से २०० वर्ड्स: आप सभी को भाई बहिन के पर्व Raksha Bandhan की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं. few / some lines About Raksha Bandhan In Hindi के लेख को राखी की जानकारी छोटा निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के रूप में उपयोग कर सकते blogger.comted Reading Time: 3 mins Mar 02, · रक्षाबंधन पर निबंध (Essay on Raksha Bandhan in Hindi): Friends, आज मैं आप सभी के लिए हम भारतीयों द्वारा मनाई जाने वाली महत्वपूर्ण पर्वो में एक, रक्षाबंधन पर निबंध (Raksha Bandhan Par Nibandh) लिखी हूं।Estimated Reading Time: 12 mins Jul 29, · Raksha Bandhan Essay In Hindi इस लेख में हमने कक्षा पहली से 12 वीं, IAS, IPS, बैंकिंग और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्त्वपूर्ण निबंध लिखकर दिया है और यह निबंध बहुत सरल और आसान शब्दों में लिखा है।यह निबंध , , , , , शब्दों में लिखा गया है।Estimated Reading Time: 8 mins
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